Al Quran : Kah do Allah ke siwa jinka tumhe ghamand hai unhe pukaro, wo na to aasman hi mein zarra bhar ikhtiyar rakhtey hain aur na zameen mein aur na unka unmein kuch hissa hai aur na unme se koi Allah ka madadgar hai
Al Quran, Saba (34) Verse 22
------------------------------------
अल क़ुरान : कह दो अल्लाह के सिवा जिनका तुम्हे घमंड है उन्हे पुकारो, वो ना तो आसमान ही में ज़ररा भर इख्तियार रखते हैं और ना ज़मीन में और ना उनका उनमें कुछ हिस्सा है और ना उनमे से कोई अल्लाह का मददगार है
अल क़ुरान, सुरह सबा (34) आयत 22
----------------------------------
अल क़ुरान : कह दो अल्लाह के सिवा जिनका तुम्हे घमंड है उन्हे पुकारो, वो ना तो आसमान ही में ज़ररा भर इख्तियार रखते हैं और ना ज़मीन में और ना उनका उनमें कुछ हिस्सा है और ना उनमे से कोई अल्लाह का मददगार है
अल क़ुरान, सुरह सबा (34) आयत 22
----------------------------------
Say, "Invoke those you claim [as deities] besides Allah." They do not possess an atom's weight [of ability] in the heavens or on the earth, and they do not have therein any partnership [with Him], nor is there for Him from among them any assistant.
Al Quran, Saba (34) Verse 22
No comments:
Post a Comment